श्री शिव चालीसा | Shri Shiv Chalisa
॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान । कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान ॥ ॥ चौपाई ॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥१॥ …
My WordPress Blog
॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान । कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान ॥ ॥ चौपाई ॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥१॥ …
॥ दोहा ॥ जय गणपति सदगुण सदन, कविवर बदन कृपाल । विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय गणपति गणराजू । मंगल भरण करण शुभः …
ॐ जय अम्बे गौरी मैया जय श्यामा गौरी, तुम को निशदिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवरी । ॐ जय अम्बे… मांग सिंदूर विराजत टीको मृगमद को, उज्जवल से दो नैना चन्द्र बदन नीको …
मंगल की सेवा, सुन मेरी देवा, हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े । पान सुपारी ध्वजा नारियल, ले ज्वाला तेरी भेंट धरे ॥ सुन जगदम्बे कर न विलम्बे, सन्तन के भण्डार भरे । …
जय पार्वती माता जय पार्वती माता ब्रम्हा सनातन देवी शुभ फल की दाता ॥ जय पार्वती… अरिकुलापदम विनासनी जय सेवक त्राता जग जीवन जगदम्बा हरिहर गुण गाता ॥ जय पार्वती… सिंह को …
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता । तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता ॥ उमा, रमा, ब्रम्हाणी, तुम ही जग माता । सूर्य चद्रंमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ ॥ …
पितु मातु सहायक स्वामी सखा, तुम ही एक नाथ हमारे हो । जिनके कुछ और आधार नहीं, तिनके तुम ही रखवारे हो । सब भॉति सदा सुखदायक हो, दुख निर्गुण नाशन हरे …
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे ॥ भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे ॥ जो ध्यावे फल पावे, दुख बिनसे मन का ॥ सुख सम्पति घर आवे, कष्ट …
राम चंद्र जी की आरती -1 आरती कीजै रामचन्द्र जी की । हरि-हरि दुष्टदलन सीतापति जी की ॥ पहली आरती पुष्पन की माला । काली नाग नाथ लाये गोपाला ॥ दूसरी आरती …
आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥ जाके बल से गिरिवर कांपे । रोग दोष जाके निकट न झांके ॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई । सन्तन के …