ब्रह्मा जी की आरती | Brahma Ji Ki Aarti
पितु मातु सहायक स्वामी सखा, तुम ही एक नाथ हमारे हो । जिनके कुछ और आधार नहीं, तिनके तुम ही रखवारे हो । सब भॉति सदा सुखदायक हो, दुख निर्गुण नाशन हरे …
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पितु मातु सहायक स्वामी सखा, तुम ही एक नाथ हमारे हो । जिनके कुछ और आधार नहीं, तिनके तुम ही रखवारे हो । सब भॉति सदा सुखदायक हो, दुख निर्गुण नाशन हरे …
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे ॥ भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे ॥ जो ध्यावे फल पावे, दुख बिनसे मन का ॥ सुख सम्पति घर आवे, कष्ट …
राम चंद्र जी की आरती -1 आरती कीजै रामचन्द्र जी की । हरि-हरि दुष्टदलन सीतापति जी की ॥ पहली आरती पुष्पन की माला । काली नाग नाथ लाये गोपाला ॥ दूसरी आरती …
आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥ जाके बल से गिरिवर कांपे । रोग दोष जाके निकट न झांके ॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई । सन्तन के …
ॐ जय शिव ओंकारा, प्रभु हर शिव ओंकारा । ब्रह्मा, विष्णु सदाशिव… अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥ एकानन चतुरानन पंचानन राजे, स्वामी पंचानन राजे । हंसानन गरुड़ासन… वृषवाहन साजे ॥ ॐ …
गणेश जी की पूजा अर्चना व आरती के बिना किसी भी पूजा और अनुष्ठान को सफल नहीं बनाया जा सकता है। सभी देवी-देवता की आरती से पूर्व, गणेश जी की आरती व …