April 11, 2025

गण्ड मूल नक्षत्र | Gand Mool Nakshatra

गण्ड नक्षत्र के सम्बन्ध में शास्त्रकारों का मत गण्ड नक्षत्र – अश्विनी, मघा, ज्येष्ठा, मूल, आश्लेषा व् रेवती होते हैं। कुछ दैवज्ञों ने पूर्वाषाढ़ा, पुष्य, हस्त, उत्तरा फाल्गुनी व् चित्रा नक्षत्रों को …

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श्री कैला देवी की आरती | Shri Kaila Devi Ki Aarti

ॐ जय कैला रानी, मैया जय कैला रानी । ज्योति अखंड दिये माँ, तुम सब जगजानी ॥ तुम हो शक्ति भवानी, मन वांछित फल दाता…। अद्भुत रूप अलौकिक, सदानन्द माता ॥ ॐ …

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श्री राणी सती की आरती | Shri Rani Sati Ki Aarti

ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता । अपने भक्त जनन की, दूर करन विपत्ती ॥ ॐ जय श्री राणी सती माता… अवनि अननंतर ज्योति अखंडीत, मंडितचहुँक कुंभा …

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श्री हिंगलाज माता की आरती | Shri Hinglaj Mata Ki Aarti

ॐ जय हिंगलाज माता, मैया जय हिंगलाज माता । जो नर तुमको ध्याता, वांछित फल पाता ॥ ॐ जय हिंगलाज माता… हीरा पन्ना मंडित, शीश मुकुट सोहे । भाल सिन्दुरी टीका, भक्तन …

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श्री कामाख्या देवी की आरती | Shri Kamakhya Devi Ki Aarti

आरती कामाख्या देवी की । जगत् उधारक सुर सेवी की ॥ आरती कामाख्या देवी की… गावत वेद पुरान कहानी । योनिरुप तुम हो महारानी ॥ सुर ब्रह्मादिक आदि बखानी । लहे दरस …

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श्री कृष्ण जी की आरती | Shri Krishna Ji Ki Aarti

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला । श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद …

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