महावीर स्वामी जी की आरती | Mahavir Swami Ji Ki Aarti
जय सन्मति देवा, प्रभु जय सन्मति देवा । वर्द्धमान महावीर वीर अति, जय संकट छेवा ॥ ऊँ जय सन्मति देवा… सिद्धार्थ नृप नन्द दुलारे, त्रिशला के जाये । कुण्डलपुर अवतार लिया, प्रभु …
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जय सन्मति देवा, प्रभु जय सन्मति देवा । वर्द्धमान महावीर वीर अति, जय संकट छेवा ॥ ऊँ जय सन्मति देवा… सिद्धार्थ नृप नन्द दुलारे, त्रिशला के जाये । कुण्डलपुर अवतार लिया, प्रभु …
आरती कीजै श्री रघुवर जी की । सत चित आनन्द शिव सुन्दर की ॥ दशरथ तनय कौशल्या नन्दन । सुर मुनि रक्षक दैत्य निकन्दन ॥ अनुगत भक्त भक्त उर चन्दन । मर्यादा …
मंगल मूरति जय जय हनुमन्ता, मंगल मंगल देव अनन्ता ॥ हाथ वज्र और ध्वजा विराजे, कांधे मूंज जनेउ साजे ॥ शंकर सुवन केसरी नन्दन, तेज प्रताप महा जग वन्दन ॥ लाल लंगोट …
॥ दोहा ॥ धरा धर्म हित कर्म कर, जीवन मनुज सुधार । ब्रह्मा संरक्षण भू का किए, भव जीवन आधार ॥ ॥ चौपाई ॥ प्रथम नमन करता हे गजमुख । वीणापाणि शारद …
॥ दोहा ॥ श्री वामन शरण जो आयके, धरे विवेक का ध्यान । श्री वामन प्रभु ध्यान धर, देयो अभय वरदान ॥ संकट मुक्त निक राखियो, हे लक्ष्मीपति करतार । चरण शरण …
॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरण चितलाय के धरें ध्यान हनुमान । बालाजी चालीसा लिखे “ओम” स्नेही कल्याण ॥ विश्व विदित वर दानी संकट हरण हनुमान । मेंहदीपुर में प्रगट भये बालाजी …
॥ दोहा ॥ श्री गुरु पद सुमरण करूं, गौरी नंदन ध्याय । वरणो माता जीण यश, चरणों शीश नवाय ॥ झाँकी की अदभुद छवि, शोभा वर्णी न जाय । जो नित सुमरे …
॥ दोहा ॥ सुमिरन कामाख्या करुँ, सकल सिद्धि की खानि । होइ प्रसन्न सत करहु माँ, जो मैं कहौं बखानि ॥ ॥ चौपाई ॥ जै जै कामाख्या महारानी । दात्री सब सुख …
॥ दोहा ॥ प्रियसंग क्रीड़ा करत नित, सुखनिधि वेद को सार । दरस परस ते पाप मिटे, श्रीकृष्ण प्राण आधार ॥ यमुना पावन विमल सुजस, भक्तिसकल रस खानि । शेष महेश वदंन …
॥ दोहा ॥ बन्दौ चरण सरोज निज जनक लली सुख धाम । राम प्रिय किरपा करें सुमिरौं आठों धाम ॥ कीरति गाथा जो पढ़ें सुधरैं सगरे काम । मन मन्दिर बासा करें …