November 20, 2024

शिव कवच | Shiv Kavach

II अमोघ शिव कवच II यह कवच अति प्राचीन व् सिद्धीप्रद है। जो भी भक्त सच्चे मन से शिव अमोघ कवच का निरंतर पाठ करता है वह सम्पूर्ण दुःखों से मुक्ति प्रदान …

Read More

शनि कवच | Shani Kavach

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार शनि कवच का नियमित रूप से जाप भगवान शनि को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का सबसे शक्तिशाली तरीका है। इस कवच को “ब्राह्मण पुराण” …

Read More

सूर्य कवच | Surya Kavach

II अथश्रीसूर्यकवचस्तोत्रम् II श्री गणेशाय नमः I याज्ञवल्क्य उवाच I श्रुणुष्व मुनिशार्दूल सूर्यस्य कवचं शुभम् I शरीरारोग्यदं दिव्यं सर्व सौभाग्यदायकम् II १ II दैदिप्यमानं मुकुटं स्फ़ुरन्मकरकुण्डलम् I ध्यात्वा सहस्रकिरणं स्तोत्रमेतदुदीरयेत् II २ …

Read More

श्री सत्यनारायण जी की आरती | Shri Satyanarayan Ji Ki Aarti

जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा । सत्यनारायण स्वामी, जन-पातक-हरणा ॥ जय लक्ष्मी रमणा… रत्न जड़ित सिंहासन, अद्भुत छवि राजे । नारद करत नीराजन, घंटा वन बाजे ॥ जय लक्ष्मी रमणा… …

Read More

श्री बृहस्पति देव की आरती | Shri Brihaspati Dev Ki Aarti

जय बृहस्पति देवा, ॐ जय बृहस्पति देवा । छिन छिन भोग लगाऊं, कदली फल मेवा ॥ ॐ जय बृहस्पति देवा… तुम पूरण परमात्मा, तुम अंतर्यामी । जगतपिता जगदीश्वर, तुम सबके स्वामी ॥ …

Read More

उजली माता की आरती | Ujli Mata Ki Aarti

ॐ जय उजली माता, जय उजली माता । ब्रह्म सनातन देवी शुभ फल की दाता ॥ ॐ जय उजली माता… अरिकुल पदम्  विनाशनि जन सेवक त्राता । जग जीवन जगदंबा हरिहर गुण …

Read More

श्री शीतला माता की आरती | Shri Sheetala Mata Ki Aarti

जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता । आदि ज्योति महारानी सब फल की दाता ॥ ॐ जय शीतला माता… रतन सिंहासन शोभित, श्वेत छत्र भाता । ऋद्धि-सिद्धि चंवर ढुलावें, जगमग छवि …

Read More

कांगड़ा माता की आरती | Kangra Mata Ki Aarti

ॐ जय बज्रेश्वरी माता मैया जय बज्रेश्वरी माता । कांगड़ा मंदिर तेरा सबके मन भाता ॥ ॐ जय बज्रेश्वरी माता… शक्तिधाम है आंचल पिंडी रूप लिया । पालनहारी बनकर जग कल्याण किया …

Read More

श्री भगवद्‍ गीता की आरती | Shri Bhagwat Geeta Ki Aarti

जय भगवद् गीते, जय भगवद् गीते । हरि-हिय-कमल-विहारिणि सुन्दर सुपुनीते ॥ जय भगवद् गीते… कर्म-सुमर्म-प्रकाशिनि कामासक्तिहरा । तत्त्वज्ञान-विकाशिनि विद्या ब्रह्म परा ॥ जय भगवद् गीते… निश्चल-भक्ति-विधायिनि निर्मल मलहारी । शरण-सहस्य-प्रदायिनि सब विधि …

Read More

माँ वैष्णो देवी की आरती | Maa Vaishno Devi Ki Aarti

जय वैष्णवी माता, मैया जय वैष्णवी माता । हाथ जोड़ तेरे आगे, आरती मैं गाता ॥ जय वैष्णवी माता… शीश पे छत्र विराजे, मूरतिया प्यारी । गंगा बहती चरनन, ज्योति जगे न्यारी …

Read More