श्री प्रेतराज चालीसा | Shri Pretraj Chalisa
॥ दोहा ॥ गणपति की कर वंदना, गुरु चरनन चितलाय । प्रेतराज जी का लिखूं, चालीसा हरषाय ॥ जय जय भूताधिप प्रबल, हरण सकल दु:ख भार । वीर शिरोमणि जयति, जय प्रेतराज …
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॥ दोहा ॥ गणपति की कर वंदना, गुरु चरनन चितलाय । प्रेतराज जी का लिखूं, चालीसा हरषाय ॥ जय जय भूताधिप प्रबल, हरण सकल दु:ख भार । वीर शिरोमणि जयति, जय प्रेतराज …