श्री महाकाली चालीसा | Shri Mahakali Chalisa
॥ दोहा ॥ जय जय सीताराम के मध्यवासिनी अम्ब । देहु दर्श जगदम्ब अब करहु न मातु विलम्ब ॥ जय तारा जय कालिका जय दश विद्या वृन्द । काली चालीसा रचत एक …
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॥ दोहा ॥ जय जय सीताराम के मध्यवासिनी अम्ब । देहु दर्श जगदम्ब अब करहु न मातु विलम्ब ॥ जय तारा जय कालिका जय दश विद्या वृन्द । काली चालीसा रचत एक …