श्री विन्ध्येश्वरी माता की आरती | Shri Vindhyeshwari Mata Ki Aarti
सुन मेरी देवी पर्वत वासिनी, कोई तेरा पार न पाया ॥ सुन… पान सुपारी ध्वजा नारियल, ले तेरी भेंट चढ़ाया ॥ सुन… सुवा चोली तेरे अंग विराजे, केसर तिलक लगाया ॥ सुन… …
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सुन मेरी देवी पर्वत वासिनी, कोई तेरा पार न पाया ॥ सुन… पान सुपारी ध्वजा नारियल, ले तेरी भेंट चढ़ाया ॥ सुन… सुवा चोली तेरे अंग विराजे, केसर तिलक लगाया ॥ सुन… …
माँ ललिता दस देवियों मे से हैं: त्रिपुरा सुंदरी दस देवियों मे से है। इन्हें महा त्रिपुर सुंद, त्रिपुरेश्वरी, षोडशी, ललिता, लीलावती, लीलामती, ललिताम्बिका, लीलेशी, लीलेक्ष्वरी, मातेश्वरी तथा राज राजेश्वरी भी कहते …
ॐ जय ज्वाला माई, मैय्या जय ज्वाला माई । कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई ॥ ॐ जय ज्वाला माई… मैय्या जय ज्वाला माई, मैय्या जय ज्वाला माई । कष्ट हरण …
ॐ ब्रह्माणी मैय्या, जय ब्रह्माणी मैय्या । पल्लू धाम विराजत…, सब जन कल्याणी ॥ॐ जय माँ ब्रह्माणी… मंगल मोदमयी माँ, पीताम्बर धारी मैय्या । स्वर्ण छत्र से शोभित…, हंसन असवारी ॥ॐ जय …
आरती – १ जय जय श्री बगलामुखी माता, आरती करहुँ तुम्हारी । पीत वसन तन पर तव सोहै, कुण्डल की छबि न्यारी ॥ कर कमलों में मुदगर धारै, अस्तुति करहिं सकल नर …
ॐ जय माँ योगमाया ॐ जय श्री योगमाया । भक्त जनों को अपने… दे शीतल छाया ॥ ॐ जय श्री… तुम देवी कुलरक्षक ग्वालों की दाती । कल्याणी कष्टों को… क्षण में …
कृपा मई कृपा करो प्रणाम बार बार है । दया मई दया करो प्रणाम बार बार है ॥ न शक्ति न भक्ति है विवेक बुद्धि है नहीं । मलिन दीन हीन हूँ …
आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं । आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं ॥ तुम बिन कौन सुने वरदाती । किस को जाकर विनय सुनाऊं ॥ आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं । आरती जगजननी …
शैलपुत्री मां बैल असवार । करें देवता जय जयकार ॥ शिव शंकर की प्रिय भवानी । तेरी महिमा किसी ने ना जानी ॥ पार्वती तू उमा कहलावे । जो तुझे सिमरे …
जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता । जय चतुरानन प्रिय सुख दाता ॥ ब्रह्मा जी के मन भाती हो । ज्ञान सभी को सिखलाती हो ॥ ब्रह्मा मंत्र है जाप तुम्हारा । जिसको जपे …