मां कालरात्रि की आरती | Maa Kalratri Ki Aarti
कालरात्रि जय जय महाकाली । काल के मुह से बचाने वाली ॥ दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा । महाचंडी तेरा अवतार ॥ पृथ्वी और आकाश पे सारा । महाकाली है तेरा पसारा ॥ …
कालरात्रि जय जय महाकाली । काल के मुह से बचाने वाली ॥ दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा । महाचंडी तेरा अवतार ॥ पृथ्वी और आकाश पे सारा । महाकाली है तेरा पसारा ॥ …
जय महागौरी जगत की माया । जया उमा भवानी जय महामाया । हरिद्वार कनखल के पासा । महागौरी तेरा वहां निवासा । चंद्रकली और ममता अम्बे । जय शक्ति जय जय मां …
जय सिद्धिदात्री मां, तू सिद्धि की दाता । तू भक्तों की रक्षक, तू दासों की माता । तेरा नाम लेते ही मिलती है सिद्धि । तेरे नाम से मन की होती है …
गणेश चतुर्थी व्रत : भगवान श्री गणेश का जन्म भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था, इस दिन को गणेश जन्मोत्सव के रूप में बनाया जाता है। यदि भाद्रपद …
रेवती नक्षत्र में जन्मे जातक के विषय में दैवज्ञों का मत दैवज्ञ वराहमिहिर : – रेवती नक्षत्र में जन्मा जातक शारीरिक सर्वाङ्ग से सुपूर्ण सम्पनं, लोकप्रिय, रणप्रिय तथा शुद्ध आत्मा का धनि …
ॐ जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता । जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता ॥ चंद्र सी जोत तुम्हारी, जल निर्मल आता । शरण पडें जो तेरी, सो नर तर …
जय जगदानन्दी, मैया जय जगदानन्दी । जय जगदानन्दी, मैया जय जगदानन्दी । ब्रह्मा हरिहर शंकर, रेवा शिव हरिशंकर, रुद्री पालन्ती । ॐ जय जगदानन्दी ॥ जय जगदानन्दी, मैया जय जगदानन्दी ॥ नारद …
ॐ जय यमुना माता, श्री जय यमुना माता । जो नर तुमको ध्याता…, सब सुख है पाता ॥ ॐ जय यमुना माता ॐ जय यमुना माता, श्री जय यमुना माता । जो …
जय जय सरयू माता, मेरी जय सरयू माता । जय जय सरयू माता, मेरी जय सरयू माता ॥ राम जन्म भूमि का, राम जन्म भूमि का । कण कण तुझे ध्याता, तेरी …
ॐ जय चामुण्डा माता, मैया जय चामुण्डा माता । शरण आए जो तेरे… सब कुछ पा जाता ॥ ॐ जय चामुण्डा माता… चण्ड मुण्ड दो राक्षस, हुए है बलशाली । उनको तुमने …