November 21, 2024

माँ गंगा जी की आरती | Maa Ganga Ji Ki Aarti

ॐ जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता ।
जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता ॥

चंद्र सी जोत तुम्हारी, जल निर्मल आता ।
शरण पडें जो तेरी, सो नर तर जाता ॥
ॐ जय गंगे माता …

पुत्र सगर के तारे, सब जग को ज्ञाता ।
कृपा दृष्टि तुम्हारी, त्रिभुवन सुख दाता ॥
ॐ जय गंगे माता …

एक ही बार जो तेरी, शारणागति आता ।
यम की त्रास मिटा कर, परमगति पाता ॥
ॐ जय गंगे माता …

आरती मात तुम्हारी, जो जन नित्य गाता ।
दास वही सहज में, मुक्त्ति को पाता ॥
ॐ जय गंगे माता …

॥ इति माँ गंगा आरती संपूर्णम् ॥

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *