November 22, 2024

श्री वीरभद्र चालीसा | Shri Veerbhadra Chalisa

॥ दोहा ॥ वन्‍दो वीरभद्र शरणों शीश नवाओ भ्रात । ऊठकर ब्रह्ममुहुर्त शुभ कर लो प्रभात ॥ ज्ञानहीन तनु जान के भजहौंह शिव कुमार । ज्ञान ध्‍यान देही मोही देहु भक्‍ति सुकुमार …

Read More

श्री साईं चालीसा | Shri Sai Chalisa

॥ चौपाई ॥ पहले साई के चरणों में, अपना शीश नमाऊं मैं । कैसे शिरडी साई आए, सारा हाल सुनाऊं मैं ॥१॥ कौन है माता, पिता कौन है, ये न किसी ने …

Read More

श्री शाकम्भरी चालीसा | Shri Shakambhari Chalisa

॥ दोहा ॥ बन्दउ माँ शाकम्भरी, चरणगुरू का धरकर ध्यान । शाकम्भरी माँ चालीसा का, करे प्रख्यान ॥ आनन्दमयी जगदम्बिका, अनन्त रूप भण्डार । माँ शाकम्भरी की कृपा, बनी रहे हर बार …

Read More

श्री शारदा चालीसा | Shri Sharda Chalisa

॥ दोहा ॥ मूर्ति स्वयंभू शारदा, मैहर आन विराज । माला, पुस्तक, धारिणी, वीणा कर में साज ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय शारदा महारानी । आदि शक्ति तुम जग कल्याणी …

Read More

श्री पार्वती चालीसा | Shri Parvati Chalisa

॥ दोहा ॥ जय गिरी तनये दक्षजे, शम्भु प्रिये गुणखानि । गणपति जननी पार्वती, अम्बे! शक्ति! भवानि ॥ ॥ चौपाई ॥ ब्रह्मा भेद न तुम्हरो पावे । पंच बदन नित तुमको ध्यावे …

Read More

श्री वैष्णो देवी चालीसा | Shri Vaishno Devi Chalisa

॥ दोहा ॥ गरुड़ वाहिनी वैष्णवी, त्रिकुटा पर्वत धाम । काली, लक्ष्मी, सरस्वती, शक्ति तुम्हें प्रणाम ॥ ॥ चौपाई ॥ नमो: नमो: वैष्णो वरदानी । कलि काल मे शुभ कल्याणी ॥१॥ मणि …

Read More

श्री ललिता चालीसा | Shri Lalita Chalisa

॥ चौपाई ॥ जयति जयति जय ललिते माता । तव गुण महिमा है विख्याता ॥१॥ तू सुन्दरी, त्रिपुरेश्वरी देवी । सुर नर मुनि तेरे पद सेवी ॥२॥ तू कल्याणी कष्ट निवारिणी । …

Read More

श्री कुबेर चालीसा | Shri Kuber Chalisa

॥ दोहा ॥ जैसे अटल हिमालय, और जैसे अडिग सुमेर । ऐसे ही स्वर्ग द्वार पै, अविचल खड़े कुबेर ॥ विघ्न हरण मंगल करण, सुनो शरणागत की टेर । भक्त हेतु वितरण …

Read More