माँ शाकम्भरी की आरती | Maa Shakambhari Ki Aarti
हरि ॐ श्री शाकुम्भरी अम्बाजी की आरती कीजो । ऐसी अद्भुत रूप हृदय धर लीजो ॥ शताक्षी दयालु की आरती कीजो । तुम परिपूर्ण आदि भवानी माँ, सब घट तुम आप बखानी …
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हरि ॐ श्री शाकुम्भरी अम्बाजी की आरती कीजो । ऐसी अद्भुत रूप हृदय धर लीजो ॥ शताक्षी दयालु की आरती कीजो । तुम परिपूर्ण आदि भवानी माँ, सब घट तुम आप बखानी …
जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता । सद्गुण वैभव शालिनि, त्रिभुवन विख्याता ॥ जय… चन्द्रवदनि पद्मासिनि, द्युति मंगलकारी । सोहे शुभ हंस सवारी, अतुल तेजधारी ॥ जय… बाएं कर में वीणा, …
आरती – १ भुवन विराजी शारदा महिमा अपरम्पार । भक्तों के कल्याण को धरो मात अवतार ॥ मैया शारदा तोरे दरबार, आरती नित गाऊँ । श्रद्धा का दीया प्रीत की बाती, असुअन …
बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम जो नहीं ध्यावे तुम्हें अम्बिके, कहां उसे विश्राम । अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारो, लेत होत सब काम ॥ बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम प्रलय युगान्तर और जन्मान्तर, …
आरती श्री वृषभानुसुता की, मंजु मूर्ति मोहन ममता की । त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि, विमल विवेक विराग विकासिनि । पावन प्रभु पद प्रीति प्रकाशिनि, सुन्दरतम छवि सुन्दरता की ॥ आरती श्री वृषभानुसुता …
जय जय तुलसी माता, मैया जय तुलसी माता । सब जग की सुख दाता, सबकी वर माता ॥ जय तुलसी माता… सब योगों से ऊपर, सब रोगों से ऊपर । रज से …
जय मनसा माता, मैया जय मनसा माता, जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता ॥ जय मनसा माता ॥ जरत्कारु मुनि पत्नी, तुम बासुक भगनी, मैया तुम बासुक भगिनी, कश्यप कि तुम …
जय सन्तोषी माता, मैया जय सन्तोषी माता । अपने सेवक जन की, सुख सम्पति दाता ॥ मैया जय सन्तोषी माता… सुन्दर चीर सुनहरी, माँ धारण कीन्हो, मैया माँ धारण कींहो । हीरा …
बाबा मोहन राम जी की आरती – १ जगमग – जगमग जोत जगी है, मोहन आरती होने लगी है पर्वत खोली का सिंहासन, जिस पर मोहन लगाते आसन आ मंदिर देते भाषण, …
सुन मेरी देवी पर्वत वासिनी, कोई तेरा पार न पाया ॥ सुन… पान सुपारी ध्वजा नारियल, ले तेरी भेंट चढ़ाया ॥ सुन… सुवा चोली तेरे अंग विराजे, केसर तिलक लगाया ॥ सुन… …